महाराष्ट्र में अस्थिर सरकार तो नहीं… फिर अजित पवार के ज़रिए ट्रिपल इंजन सरकार क्यो..? बीजेपी, शिंदे ग्रुप, दोनो एनसीपी ग्रुप सब परेशान है तो खुश कौन है…चलिए समझते है..!
जो दिखता है? वो होता भी नहीं है? और जो दिख रहा होता है? उसे ही दिखाने के पीछे ये सारी राजनीति क्यों होती है? देखिये? शिंदे ग्रुप से शुरू करते हैं? तो क्या? शिंदे ग्रुप के आने के बाद? भारतीय जनता पार्टी? वाकई में आपको लगता है? कि ये 2 सरकारें? जो बनी हुई हैं? डबल इंजन सरकार? जैसे? सो? कॉल्ड? भारतीय जनता पार्टी के करीबी? या उनके मुख्यपत्र? जैसे लोग? जो कहने लग गए हैं? डबल इंजन सरकार? डबल इंजन सरकार? तो क्या?
वो हमें निधि नहीं दे रहे। हमारे जो पोर्टफोलियो हैं उसके लिए। अब ऐसा करने वाला ही पार्टी का तीसरा हिस्सेदार मतलब ट्रिपल इंजन वाला तीसरा व्यक्ति बन जाता है। अब यह खेमा काफी डरा हुआ है? क्योंकि 1 साल में इस खेमे ने अजीत पवार पर काफी काफी। इस तरीके से। मतलब ऐसी ऐसी बातें कहीं हैं कि पवार उन पर होने वाली टिकाओं के जवाब सभाओं में देते हैं। मगर साथ साथ चुन चुन कर उन चीजों को बदलाव भी लेते हैं। तो दोस्तों। इसी कारण काफी सारे लोग डरे हुए हैं? शिवसेना में भी।
पार्टी। खेमे के पास? नहीं है? क्योंकि 1 साल में चुनाव लग सकते हैं। विधानसभा के। लगभग 1 सवा साल में। और उससे पहले। लग सकते हैं लोकसभा के। विधानसभा के। लगेंगे? 1 सभा साल में। और मा? 1 साल से पहले ही लग जायेंगे? लोकसभा के। और साथ में ही। आ रहा है बीएमसी चुनाव। तो दोस्तों? इन। इस बीच में। न? कानून? लड़ाई? लड़ेंगे? तो? लंबे? फंसेंगे? ये शरद, पवार। सब समझ गए हैं।
आपको? कहा जाएगा? अभी आप? मत आइए? तो? सही। वक्त उद्दव ठाकरे इंतजार कर रहे हैं? है? अब? इसमें? मतलब? दोनों हाथों? में। वैसे। देखा जाए? तो लड्डू। ये फिलहाल के लिए। उद्दव ठाकरे के साथ नजर आ रहा है। क्योंकि उनका जो वोट बैंक था। वो टस से मस नहीं हुआ है। उनको? छोड़ के। जो लोग गए थे वो अभी डगमगा रहे हैं।