वो is a बारिश की बूंद गिरा ना sur पहली kiran s to fir sub सबकी हुई सोचकर मैंने उसे जाने तो दिया पर फिर देखते देखते मेरी वो शाम सा हो गया रात बस होने ही लगा था कि मैंने रुक कर पूछ ही लिया आखिर मेरे हो या फिर चांद के हो जाओगे तो बोला इश्क चांद है तुमसा और मैं तुम्हारा हो गया।