Deepak Rajora
@rjchinuu · 1:05
क्या आपको पता है हनुमान चालीसा जेल में लिखी गई थी?
दोस्तों? क्या? आप जानते हैं? हनुमान चालिसा को जेल में लिखा गया था? दरअसल? 1 बार अकबर को पता लगता है कि तुलसी दास जी जादू दिखा सकते हैं? तो वह उन्हें अपने दरबार में बुलाता है। और उन्हें जादू दिखाने के लिए कहता है? तो इस पर तुलसी दास जी कहते हैं कि मैं कुछ नहीं करता। जो होता है वह मेरे प्रभु राम की वजह से होता है। इस पर अकबर कहता है मुझे मुझे राम को देखना है। तुलसी दादाजी चुप खड़े रहते है। इससे नाराज होकर अकबर उन्हें जेल में डाल देता है। अब तुलसी दास जी अपनी रक्षा करने के लिए हनुमान को याद करते हैं।
Jagreeti sharma
@voicequeen · 1:04
जी? थैंक? fॉरदनमाटमीआमजचीनू? मुझे इस कहानी के बारे में तो पता था पर सुन कर मजा आ गया। 1 बार फिर से। यादें ताजा हो गई। इसी तरह पूरा हो जाता है? तो उन्होंने वो ठीक नहीं। वो कई तरह का प्यार, कई तरह के। और सभी उसमें लगा लिए होते हैं। फिर भी ठीक नहीं होता। तो उन्होंने उस पीड़ा को हरने के लिए हनमान बाबू का भी निर्माण किया था। लिखा था। और ऐसा कहते हैं कि जिस तरह हरमान चालीसा सारे संगठनों को दूर कर लिया उसी तरह यदि कोई रोग या कोई पीड़ा अगर दूर नहीं हो रही है।