दोस्तों। 1 नई गजल के साथ। फिर हाजिर हूँ। मतला। अर्ज किया है दिन भर तो। गुजरता है लोगों को मनाने में। दिन भर तो गुजरता है लोगों को मनाने में। और रात गुजरती हैं माजी को भुलाने में। माजी मतलब पास्ट लाइफ दिन भर तो। गुजरता है लोगों को मनाने में। और रात गुजरती है माजी को भुलाने में। यूं ही नहीं यह दुनिया रहती है हवा हम से यूं ही नहीं यह दुनिया रहती है हवा हमसे। कुछ।