दोस्तों अवजल का मतला अर्श क्या है, जीवन की इस डगर में हर हाल में चलना है, जीवन की इस डगर में हर हाल में चलना है और हर मोड़ के मुताबिक खुद को भी बदलना है, जीवन की इस डगर में हर हाल में चलना है, हर मोड़ के मुताबिक खुद को भी बदलना है। और ये बात दिल नादा क्यों करना समझ पाया ये बात दिले नादां क्यों कर न समझ पाया। दौलत की इजाजत से हर शाख को हिलना है यह बात डिले नादा क्यों कर न समझ पाया।