कभी तेरे करीब आके तेरे दिल को दस्तक देने की चाहत? तो कभी तेरे गमों को फना करके तुझे अपना बना लेने की। कोशिश। तो हर पन्ने के बन के हकीकत। पहले दिन से मेरी जिंदगी की सुल्ताना बनती गयी। और मैं चुप रहा। मैं चुप रहा। मैं कह नही पाया? तुझसे के इस हसीन जिंदगी में। खुदा ने अपनी रहमत मुझ पर नूर बन के बक्शी है? लेकिन मेरी जुबा बना के कतरा इश्क का अपने पास रखी है? मैं हो के बेजुबा? तुझसे इश्क फरमाता रहा।
Priya kashyap
@Priya_swell_ · 0:14
सच अ ब्यूटिफुल पीस ऑफ राइटिंग मतलब हर 1 लाइन बहुत ही ज्यादा इमोशनल थी एंड जो आपने बैकग्रांड म्यूजिक ड किया है उसकी वजह से यह और भी ज्यादा वैल्युएबल हो गई है।