@ragasmaguy
Yugam Sagar
@ragasmaguy · 1:36

कविता : कुछ करना चाहता हूँ।

न कोई गौरव हो? न कोई पांडव हो। राम रहीम। 1 होने वाले। किससे आम है? दोनों अलग। पर? सही? यह बताना मेरा काम है। क्या? मंदिर? क्या? मजे? दे? तो मकानों के नाम है? कोई कह? दे? कुछ? गलत? तो? गलत से भी। बुरा। उसका अंजाम है। मस्जिदों ने मंदिरों की संख्या बढ़ा दी। हिंदुओं ने मुसलमानों की संख्या बढ़ा दी। जूठे आस्तिकों ने मिलकर नास्तिकों की संख्या बढ़ा दी। इस सब के बीच।

#poetr #poem

@Kushagraverma
Kushagra verma
@Kushagraverma · 1:48
नमस्कार? ये सागर जी आप तो सागर की तरह गहरी सोच सकते हैं। बहुत ही बहुत अच्छा लगता है। बहुत ही इंस्पायर्ड किया। आपने। बहुत सारे लुक सुने और सुनना चाहिए। और अगर जोर नहीं सुने वो आपके स्पाट से अंजान रह जाएगा। जो आपने मिक्चर किया है। न? हिंदी, उर्दू, हिंदू, मुस्लिम क्या क्या होता है? और क्या क्या नहीं होता है? उसको अलग प्रस्टेट? जो आपने दिया है। अमेजिंग? मुझे। बहुत अच्छा लगता है। जो करारापन है। आपके। थॉडप्रोसिजमेंइटस? रेली?
@mira.gopal
Meera Gopalakrishnan
@mira.gopal · 3:02
वर्क्स में। उन सबको। जो हम घर में बैठे थे। तो उस वायरस के साथ लड़ रहे थे। अपनी जिंदगी को दांव पे लगा कर दूसरों की जिंदगी बचा रहे थे। वहां था भगवान। भगवान। उन लोगों के बीच था। जिन्होंने। वो। वो लोग थे। जो कोविड के कारण। जिनका अंत हुआ। उनको तो उनका चेहरा तक, उनके परिजनों को देखने का मौका नहीं मिला। उन लोगों को। 1 रिस्पेक्ट फिल्म? जिन लोगों ने भी दिया। उन लोगों में। भगवान था? नहीं? था? भगवान। मन? मंदिर?
@Priya_swell_
Priya kashyap
@Priya_swell_ · 0:35
this poetry? was so? motivating? and yes? when we are having a ego wish? to do something? in our life? then we definitely go? for this? and if something is there which is hendaringusthe they are used to be? so many hurdles which makes a steel? like we are? so we d? we can not do this? or we are not having gets do this particular? in the self respect? you can say? or self? confidence?
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