करवाँ ग़ज़ल का | वैभव असद अकबराबादी । ऐसे कैसे | urdu literature | भाग 1
नमस्कार रादाब सत्रिया कैसे है आप में प्रियांशी शर्मा आपका होस्ट आपका दोस्त हाजिर हूँ लेकर गजल आपके बीच गजलों का कारवा भागे आज आप सभी के बीच है व्यभवअसकरबादी की 1 खास जिसका रदीफ है ऐसे कैसे और जुड़िएगा साथ और जितना हो सके आप लोगो तक पहुँचाएगा और अगर आपको अच्छी लगे तो आप बताइए क*ेंट बॉक्स की अगली किसी पे अगर आपको पसंद है अगर आप चाहते है की कोई आपकी खास जगल में अपने तो आप जरूर बताइएगा तो मैं शुरुआत करता हूँ मतले के साथ आप सभी के बीच 2 नावों पर पाँव पसारे ऐसे कैसे 2 नावों पर पाँव पसारे ऐसे कैसे वो भी प्यारा, हम भी प्यारे ऐसे कैसे वो भी प्यारा हम भी प्यारे ऐसे कैसे सूरज बोला दिन मेरे दुनिया आंधी है सूरज बोला बिन मेरे दुनिया आंधी है हंसकर बोले चांद सितारे अरे ऐसे कैसे हँसकर बोले चांद सितारे ऐसे कैसे और रंग सांवला कितनों को को भाएगा तेरा रंग सांवला कितनों को भाएगा तेरा झटक के गीले बाल संवारे ऐसे कैसे झटके गिले बाल संवारे ऐसे कैसे और तेरे हिस्से की खुशियों से बैन नहीं पर तेरे हिस्से की खुशियों से बैन नहीं पर मेरे हक में सिर्फ सारे ऐसे कैसे मेरे हक में सिर्फ सारे ऐसे कैसे और अगला शेर जितने भी तमाम लोग हैं आप सभी की नजर मेरा पसंदीदा शेर है की गालों पर बोसा देकर चली गई वो गालों पर बोसा देकर जब चली गई वो कहते रह गए होट बेचारे ऐसे कैसे कहते रह गए होट बेचारे ऐसे कैसे और मुज्जसों को यहाँ पे देख के कहते हैं वो मुज्जसोंको यहाँ कहते हैं वो इतना आगे बिना सहारे ऐसे कैसे इतना आगे बिना सहारे ऐसे कैसे और जैसे ही महते पर पहुँची गजल असत की आखिरी शेर आप सभी की इजाजत चाहूँगा की जैसे ही महते पर पहुंची गजल सत की बोल उठे सारे के सारे ऐसे कैसे बोल उठे सारे के सारे ऐसे कैसे बहुत बहुत शुक्रिया तो ये था गजलों का का भाग तो आज पहली गजल थी इसी के साथ अगली गजल के साथ मैं फिर हाजिर हूंगा आपका दोस्त आपका होस्ट अगर आप चाहते है की आप की गजल पढ़ूँ या सुनाओ तो आप मुझसे जुड़ सकते हैं स्व आर शर्मा के साथ।
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:22
ह**ो थैंक यू सो मच सिजाज फॉर माटिंग आन दिस सेल आज तो प्यार मुझे लगता है कि मुझे पूरा दिन आपकी तारीफ करनी है विकास आपकी ये भी गजल बहुत खूबसूरत थी लिखने वाले ने बहुत खूब लिखा है लेकिन आपने स्कोर साइट और भी बहुत खूबसूरती से किया है वेरी वेल।