Priya kashyap
@Priya_swell_ · 1:52
My poetry...
i hope you all god so this was the point जो मैंने अभी थोड़े दिनों पहले लिखी ई होप कि आपको ये बहुत अच्छी लगेगी मैं ऐसा उम्मीद करती हूं so please listen it and let me know how it was till that good night we dreams by by।
Priya kashyap
@Priya_swell_ · 0:13
थैंक यू सो मच सर for appreciating in new words i really respected and please keep listing to me keep supporting thank you।
vaibhav behl
@vaibhavbehl · 1:13
i⁇mbroudofehot sun sun लाइन थी की जब तू ने छोड़ा था तो तक सर दबा के बहुत रोता था। न जाने क्यों? रोज खुद की लड़ाई में खुद से खुद को खोता था। मेरे को। मेरे को। ये लाइन। बहुत पसंद है। उसने। उसे। और लाइन भी थी। कि जिस एकांत में रहना कभी खलता रहता था। जिस एकांत में रहना कभी खलता रहा था, आज उसी एकांत से याराना हो गया है? न जाने क्यों? न जाने कैसे? फिर वे परवाना हो गया? है। तो यही था बाकी।
Swell Team
@Swell · 0:15
Mujahid Khan
@mujahid123 · 0:35
hello i लिखते हो लेकिन कुछ लोग हैं जिनकी आवाज सुने जिनका लिखना सुनकर बहुत अच्छा लगता है बहुत रिलैक्स फील होता है उनमें से 1 ऐसे ही लिखते रहिये मैं पता नहीं तो कुछ बहुत दिनों से लिख नहीं पा रहा हूँ शायद उनकी याद नहीं आई है मुझे अभी तक अच्छा लगा आपका सुन के।
Pankaj Kumar
@Pankaj9211 · 2:35
हेलो प्रियाजी? उम्मीद करता हूँ आप। मुझे अभी तक भूली नहीं होंगी? फर्स्ट ऑफ। पहले पोएट्री के बारे में बात करते हैं? बहुत उम्दा लेखनी। बहुत शानदार। आपने इसको प्रेजेंट किया। और 1 कविता को हमारे बीच में रखने का जो तरीका था वो भी बहुत मतलब। प्रोफेशनल। रिलिजन? दर्शाता है। बहुत सुन्दर कविता थी। और उससे भी सुन्दर थी आपकी उसको प्रेजेंट करने का तरीका। अब आते हैं? बात पे? तो म रियली सॉरी। मैं। आपसे। बहुत दिन। कनवर्सेशन हमारी हो रही है?
Priya kashyap
@Priya_swell_ · 0:09
थैंक यू सो मच सर फॉर एप्रीसिएशन एंड प्लीज आप भी जल्दी ही कोई बैटरी अपडेट करिए विल बी वेटिंग फॉर हीटिंग दैट।
Priya kashyap
@Priya_swell_ · 0:05
thanks a lot ser for it appreciation and thank you for listening this।