नमस्कार? दोस्तों, आज फिर से आपके समक्ष हुई हूं। अपनी पंक्तियां लेकर। वो कहते हैं हमसे। वो कहते हैं हमसे मोहब्बत में कोई लेन देन नहीं होता। हम कहते हैं उनसे बिना मुहब्बत भी तो कोई लेन देन नहीं होता? बिना मुहब्बत भी तो कोई लेन देन नहीं होता। धन्यवाद। दोस्तों। बताना चाहूंगी कि ये सभी पंक्तियां जो है। वो मेरी अपनी लिखी हुई है। और मेरी सोच। पुस्तक में अंकित हैं। जो पुस्तक मेरे द्वारा 2020 21 के दौर में लिखी गई। और उन्हीं दिनों लॉन्च हुई है।
Priya kashyap
@Priya_swell_ · 0:09
बहुत ही अच्छा स्वेल था। मां मैंने सुना। मुझे। बहुत अच्छा लगा। आप ऐसे ही पोस्ट करते रहे। और ऐसी अच्छी अच्छी चीजें हमारे बीच में शेयर करते रहे। थैंक यू सो मच।