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Lovely Aggarwal
@praveen72 · 0:36

Poetry

article image placeholderUploaded by @praveen72
स्वेल के सभी साथियों को प्रवीन कुमारी का सादर नमन। साथियों मेरी अपनी लिखी हुई पुस्तक मेरी सोच में से प्रस्तुत है कुछ 1 पंक्तियां। आप सभी के लिए। रेत पर लिखा था। रेत पर, लिखा था। कुछ इस। कदर हमारा नाम। उसने। हवा का तेज झोंका क्या आया? हवा का तेज झोंका क्या आया? और सब। रेत में ही मिल गया। सब। रेत में ही मिल गया। धन्यवाद।
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