"अपना जीवन कैसे जीना, क्यों हमेशा लड़कियों को ही बताना"
क्यों? हमेशा लड़कियों को ही? बताना? जीवन की? कठिनाई? घर से ही ही शुरु होती? आई? जीवन? कैसे जीना? क्यों? हमेशा लड़कियों को? बताना? बाहर की बातों का? क्या करना? जब घर ने लड़की के सपनों को अपनाना? माना? जंजीरों में। लिपटे? उसके सपने हैं? तो आगे बढ़ने से रोक? ने वाले भी उसके अपने? है? चलिए? कहानी? सुनते हैं? लडकियों के? जीवन की? हम? 1। नया? सच्चाई? सुनते हैं? ये सब। हमेशा लड़कियों को ही बोला जाता? अब? तुम बड़ी हो गई हो? ये सब? नहीं? पहनना? इतना? ज्? जोर से? क्यों? हंसती? हो?
ROHIT RAJ
@Rohit_raj_0001 · 1:20
ह**ो? मैं रोहित हेयर? और सबसे पहले तो बताना चाहूँगा कि आपकी करता? जो समाज की जो कड़वी सच्चाई है। उसको दिखाती है कि किस तरह से आज के जमाने में भी लोग लड़कियों को बंदिशों में रखते हैं। तरह तरह उन पर प्रतिबंध लगाए जाते हैं। इस तरह के क्षेत्र ऐसे हैं जहां लड़के काम कर सकते हैं। लड़कियों में। और बहुत सी ऐसी जगह हैं। जहां लड़कियों का जाना भी मना है। तो बहुत ही अच्छे ढंग से। आपने। इन सब चीजों को तरशाया है कि किस तरह से लड़कों और लड़की में भेदभाव किया जाता है। लड़कों को पूरी जाती है।
Rashmi Gautam
@krishndiwaniRG · 1:22
और बस इतना है कि जितना तुम लड़कियों पे कर रहे हो अगर उतना लड़कों पर भी उनको भी समझाया जाए तो समाज बेहतर होगा? सारी? रूल्स? सिर्फ? और सिर्फ लड़कियों के लिए ही क्यों? लड़कों को भी तो कुछ सिखाए। और यह बात आपने बहुत अच्छे से। 1 लड़की की व्यथा उसकी ख्वाहिशों को बहुत अच्छे से। आपने।
Renu Mangtani
@Rainu · 2:14
वोमेन सेंटरी। अब लड़कियां लड़कों से क* नहीं है। तब की तब कोई 1 टाइम था? जब यह होता था कि घर तो लड़की को ही संभालना है। वो बाहर काम नहीं करेगी? और वो सब। लेकिन आजकल ऐसा नहीं है? तो कि? उसे शाम तक घर आ जाना है? अंत धीरे से पहले। आजा ना है। और जो। जो सारी बातें आपने बताई है। यह मत पहनो? वो मत पहनो? ऐसा तो ये सब नहीं होना चाहिए। उसके भी अपने सपने हैं?
Prabha Iyer
@PSPV · 4:07
आंख? आंख? लगाएंगे? और फिर? they just tet her? to talk? to them? why? ledis? dont? do? all? this? bulshit? things? they never? do? they? never? temabuyminiplet? boy? हां? अगर? सच्चा? प्यार? है? तो दे? विल? जस्ट? बी? इन? love? for? tro? the be? in? love? for? tru? that? सेट? पर? ऐसे नहीं कि मतलब धोखा देखे जाना है?
लड़कियों को हर चीज के लिए कहा जाता है कि यह मत करो ऐसा मत करो। आपने। बहुत अच्छा बोला है और बिल्कुल सही बोला है। पर ऐसा बदलाव आना चाहिए और समझने वाली बात है सबसे ज्यादा तो महिलाओं को ही समझना चाहिए कि हम अपनी लड़कियों को हर तरह की आजादी दें। पर हां ये चीज यह भी है कि आजादी का मतलब एकदम खुल के सब कुछ छोड़ना भी नहीं है कि हम संस्कार देना भी भूल जाएं बस पर कि वो वाली बंदिश है? भतीजी? जो पहले कभी थी? बहुत अच्छा बोला आपने। और ऐसे ही लिखते रहिये। ऐसे ही बताते रहिये?