जीवन के सारे? रंग। वो रंग। तेरी आंखों का? निगाहों से निगाहों की बातों का? वो रंग। तेरे होने का? साये में। तेरे सुक** से सोने का। वो रंग। तेरे साथ का? जवाब है जो, जो समाज की हर बात का। वो रंग। तेरे प्यार का, जिसे फर्क नहीं पड़ता। मेरी जीत? या हार का? वो। जीवन के बदलते रंग। और मेरे साथ। चलते। तेरे। कदम। लाल, पीले, हरे, गुलाबी, मुझे, हर रंग, पसंद है?
बहुत ही सुंदर पंक्तियां हैं। जीवन के रंग। सच में। अगर मांग में सिंदूरी रंग है। जीवन साथी का साथ है? तो सारे रंग अपने आप सुंदर हो जाते हैं। आप 1 और 12 नहीं? 1 और 1, 11 की तरह काम करते हैं। हर काम में। 1 उत्साह होता है। और कोई कठिनाई भी आती है? तो पता रहता है कि हमारे साथ कोई है? हम अकेले नहीं है। तो जीवन में आगे बढ़ने का 1 अलग ही मजा भी है। और और कठिनाइयों में साथ चलने वाला। जो साथ है? जीवन साथी का?
Jyotsana Rupam
@SPane23 · 1:16
ऐसा लगता है कि जैसे मानो हम गर गिर जाए। तो हमारे साल हमें संभालने के लिए है। हमारे गिरते लड़खड़ाते कदमों को वो संभाल लेगा। और हमारे कदम से कदम मिलाकर? चलेगा। तो सही। बहुत अच्छी। आपकी पंक्तियां हैं। मेरे दिल को छू गए। ऐसी ही पंक्तियां। लेके। आप। आते रहिये। और हमें सुनाते रहिये। थैंक यू।
Vipin Kamble
@Vipin0124 · 1:39
अधेडावस्था का रंग प्रौढ़ा अवस्था का रंग। ये सभी रंग हमारे साथ अलग अलग रूप में रहते हैं। और हम इस प्रेम को अलग अलग रंगों द्वारा 1 दूसरे पर निछावर करते रहते हैं। बस हम किसी नाम से सजा कर इस प्रेम को किसी प्रकार का अलंकार नहीं देते हैं।