माँ तेरी ममता अनमोल है
कुछ लाइनें हैं जो मैं उन्हें डेडिकेट करना चाहूंगी। तो? पन्तिया? कुछ इस प्रकार हैं। आंखें? देख? बातें समझती है तू। आंखें देख बातें समझती है तू। शब्दों का? कहा? कोई जोर है? मां? तिल। ममता अनमोल है।
Kushagra verma
@Kushagraverma · 1:04
मतलब यह 1 ऐसा अहसास है जो कहने के बाद में भी पूरा नहीं होता और बिन कहे भी नहीं पूरा हो सकता और यह बहुत ही खास पल होता है। जब हम ऐसे रिश्तों पे जब कविताएं लिखते हैं यह बहुत ही अपने आप में अनमोल होते हैं।
Kunal Jain
@sonofindia · 0:26
प्रज्ञा जी बहुत सुन्दर कविता है और भाव। और एक्सप्रेशन बहुत अच्छे थे। बहुत बहुत बधाई। आपको। मदर्स डे की। बहुत बहुत बधाई। आगे भी ऐसे ही लिखते रहे। आपकी। आपकी। बोस भी बहुत अच्छी थी। सो। एक्सप्रेशंस बोयस। कविता भाव सब कुछ बहुत अच्छे है। इसी तरह से। आगे लिखते रहे। थैंक। यू वेरी वेरी हैप टो?
जैसे कि मैंने कहा कि ऐसे रिश्तों में चाहे लड़ाई हो, जगड़े हों? इतना भी गुस्सा क्यों न हो? लेकिन प्रेम कभी कम नहीं होता। इसलिए ऐसे रिश्ते जो है। बहुत ही अनमोल होते हैं। और इनमें बिना कुछ कहे ही जो है। अगला हमारी सारी भावनाएं हमारी सारी बातें जो हैं वो समझ जाते हैं। तो माँ भी। 1 ऐसा रिश्ता है जिन्हें हम अपनी इनर फीलिंग्स? या इनर भावनाएं? अगर नई भी बताते हैं लेकिन वह सब समझ जाती है। और माँ 1 ऐसी बेशक। अगर हम हारते हैं।
Jyotsana Rupam
@SPane23 · 1:22
हेलो? प्रज्ञा जी? सबसे पहले तो कहना चाहूंगी कि आपके भाई बहुत मीठी है। और आपने बहुत ही भावपूर्ण रूप से यह कविता सुनाई है। बिल्कुल। कहा कि मां अनमोल है। दुनिया में। जो सबसे खूबसूरत। मां तो सबके लिए अनमोल होती है। दुनिया का सबसे जो खूबसूरत रिश्ता खूबसूरत इंसान। और जिसकी कोई कीमत नहीं है। वो मां है। जिस बच्चे के जीवन में माँ नहीं है वही उसका मोल। आजकल तो माँ का कोई मोल नहीं। समझते हैं। बहुत कम ही लोग है जो मां को अहमियत देते हैं।
Akanshya Kajol
@AKA381 · 1:41
मैं आपको शुक्रिया याद करना चाहूंगी कि आपने इतनी अच्छी पंक्तियां लिखी है। सच में। माँ से ज्यादा मतलब माँ की ममता से ज्यादा अनमोल कुछ भी नहीं है। सो थैंक यू सो। मच बहुत ही अच्छे से आपने लिखा है। और आपने जिस तरह से रिसाइट किया है। आपने जिस तरह से इनको प्रकाश में लेके आये हैं आप आपकी फीलिंग। मतलब। पूरा ऐसा लग रहा है कि आप एकदम पूरा फील करके बोल रहे हैं। तो मुझे बहुत अच्छा लगा की जो ये की पंक्तियां हैं। सुनकर सो थैंक यू सो मच? सो सो मच? बिकाज।
SHREYA SAHA
@Angel3110 · 1:13
हेलो प्रज्ञा में श्रिया हूँ। जिस तरह से आपने माँ तेरी ममता अनमोल है। ये जो कविता जिस तरह से आपने प्रस्तुत की है मतलब मेरे बखान के बाहर है, कि मैं क्या बोलूं, कितनी सुन्दर से आपने माँ की? ममता को माँ की अहमियत कपड़े कविता के थ्रू से बता दी। सबको। आपने अपनी भावनाओं को बहुत अच्छे से व्यक्त किया है। और जो अपनी भावनाएं, अपनी माँ के लिए इतने अच्छे से व्यक्त कर पाए, इतने अच्छे से कविता में ट्रांसलेट कर पाए, वो अपनी माँ से कितना प्यार करता होगा? इसका? तो कोई मीटर मतलब मापने का कोई मशीन नहीं होगा मेरे पास।