शिक्षक मार्गदर्शक है, अन्धकार मे पथप्रदर्शक है
ह**ो vरीanआईmgञाtiवाri कविता की पहले लिखी थी जिसका शिक्षक, टीचर, गुरु। अध्यापक कुछ भी हो हमारे माता पिता के बाद हमारे जीवन में 1 मात्र ऐसा व्यक्ति जिसके ऊपर हम आंखें मूंद कर भरोसा कर सकते हैं। उनकी बातों में गहरा सार होता है। और जिनके पास हमारी हर दुविधा का हल होता है फिर चाहे वो किताबी हो या जीवन से जुड़ी कोई और दुविधा। तो पंक्तियां? कुछ इस प्रकार है। शिक्षक, शिक्षक? मार्ग? दर्शक हैं। अंधकार में। जैसे पथ प्रदर्शक हैं। मुझ। कच्ची। मिट्टी को। उन्होंने घड़ा कर दिया?
कि मुझे? कच्ची मिट्टी को घड़ा कर दिया? ये आपके भाव हैं। आपकी? सोच है। सोच को ही बताता है कि आपकी सोच? आपकी। मानसिकता। कितनी अच्छी है? परिपक्व है? बहुत सही बात की। क्योंकि माता पिता की बात। 1 शिक्षक ही होता है। जो हमें सही राह दिखाता है। और आने वाले समय को या ये कहना चाहिए कि जो ज्ञान की बातें हैं वो सब वो हमारे दिमाग में भरता है। बहुत सारी चीजों को बारे में जानकारी देता है। तभी तो हम आगे बढ़ते हैं। और समझ पाते हैं। चीजों को। अगर शिक्षक। अच्छा होता है।