तनाई मुझसे बोली हम दोनों इतने दिन से है। 1 साथ तुझे मुझसे है? किस बात की? आज? तुझे मुझसे है? किस बात की? आज? मैं बोला? अपनी तनहाई से आ? बैठ? मेरे साथ? आ? बैठ? मेरे साथ? क्यों आई? तू? मेरे पास? क्यों? आई?
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:34
ह**ो पुश्टी, आप बहुत अच्छी कविताएं कहते हैं मैंने आपकी और भी बहुत सी कविताएं स्वेल पे सुनी है और ये भी आपका बहुत ही प्यारा कविता है इसका मैं छोटे से शेर के साथ देना चाहूंगी मैं चाहूँ और वो साथ रहे मेरे मैं चाहूँ और वो साथ रहे मेरे इतना कहाँ मेरा नसीब अब ये तन्हाई है इश्क मेरा यही मेरा आशिक और यही मेरा रकीब।
Sreeja V
@Wordsmith · 0:37
पियुजीयेतोचिकनौरेग वाला स्टोरी मुझे जहां तनहाई है वहां दुख है। जहाँ दुःख है वहाँ भी तनहाई हो सकती है। क्योंकि जब हम दुखी होते हैं तो हमें लगता है कि हम अकेले ही दुखी हैं। हमारा जो दुख है उसको बांटने के लिए कोई है नहीं और इसलिए ज्यादातर तन्हाई महसूस भी होती है तो मेरा ये दृष्टि कौन है लेकिन बहुत ही अच्छा है कविता वेरी नाइस वेरी नाइस हमेशा की तरह दिल को छू जाने वाली कविता।
Swell Team
@Swell · 0:15
Piyush Goel
@piyushgoel10267 · 0:47
thanks apne or via a kind tan nahi bata तो कहीं न कहीं आदमी को न तन तना उसको मिल जाती है न कहीं न कहीं वो किसी ऐसे दौर से गुजर रहा है जो उसको ऐसे दूर से न गुजरे हो नाइयों में न जाए तो थैंक्स लॉट और आपके जो शब्द है मुझे कुछ और प्रेरित करेंगे कुछ अच्छा लिखने के लिए और बढ़िया लिखने के लिए धन्यवाद।