Piyush Garg
@Piyush7garg7 · 4:03
चले आओ चले आओ … तुम्हें अपनी सुनानी है
चले आओ, चले आओ, तुम्हे अपनी सुनानी है। चले आओ, चले आओ, तुम्हें अपनी सुनानी है, ये मेरी आप बीती है, ये मेरी ही कहानी है, ये मेरी आप बीती है, ये मेरी ही कहानी है। चले आओ, चले आओ, तुम्हें अपनी सुनानी है, हरी तुम मेरी चाहत हो, हरी तुम मेरी चाहत हो, किसी से हमको क्या लेना? हरी तुम मेरी चाहत हो, किसी से हमको क्या लेना? हर को। फिकर दुनिया की करे, क्यूंकि? दुनिया की? हमें तुमसे? निभानी है? चले आओ, चले आओ, तुम्हें अपनी सुनानी है?