Pankaj Kumar
@Pankaj9211 · 4:39
Mera swabhiman, meri pehchan (part-2)
और कभी कभी तो अपने आसपास होते हुए घटना देखते भी हैं। पर मुखर हो के खुले मन से हम विरोध दर्ज नहीं करते? जबकि हमें ऐसा करना चाहिए। वो लोग। जो सर्विस सेक्टर में काम कर रहे हैं उनकी भी कुछ मतलब इज्जत है। उनकी भी स्वाभिमान है। जो हर रोज टूटता है? ऐसी घटनाओं से। उदाहरण के लिए आज कल लोग सब फोन का इस्तेमाल करते हैं? और किसी न किसी कारण। वश आपका कुछ काम कभी खराब हो? या कभी कुछ सेवाएं आपको चाहिए हो? जिसपर हम कॉल सेंटर को कॉल करते हैं। और आप विश्वास कीजिए कॉल सेंटर में काम करने वाले लोग। जो होते हैं।
Neelam Singh
@NEELAM · 1:52
हेलो पंकर जी नमस्कार? आपने जो अभी वॉयस इंटरव्यू बनाया है। वो मुझे बहुत अच्छा लगा। आपने जो कहा? यह बात हमें सोचनी चाहिए। किसी को भी? कुछ भी। गलत? बोलने से पहले। यह जो भी वह है। जो आपने कहा भी कि वो वो मालिक नहीं होता है। वो 1 माध्य होता है हमारे लिए। जिसे हमारी बातें सुनने के लिए बिठाया गया है। लेकिन हम इस बात को बिना समझे। अपनी भड़ास। हमारा जरा सा। नुकसान होता है। उससे कुछ भी बोलने लग जाते हैं। बिना यह सोचे कि उस इंसान? वो भी हमारी तरह इंसान है?
Pankaj Kumar
@Pankaj9211 · 1:06
नमस्कार? नीलम? जी? बहुत बहुत शुक्रिया। इतने बहुमूल्य विचारों के लिए। आपकी। सारी। टिप्पणियां बहुत ही सहज और सजग थी। मैं बहुत दिल से शुक्रिया करता हूँ। आप सिलेसनर्सकेलिएजो मेरे कोल सराहते हैं। और आपी के जरिए यह बात 1 कड़ी आगे बढ़ती है? आप जैसे महत्वपूर्ण श्रोता का। अगर यही हम मेरे इस पोडकास्ट पर प्यार बनाए रखेंगे तो मैं आगे भी और बेहतर कर पाऊंगा। मैं उम्मीद करता हूँ की आप के जितने फॉलोवर्स हैं वो भी जरूर इस पोडकास्ट को सुनेंगे। और यह महत्त्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि ये हमारे सोसाइटी को बदल सकता है। यह 1 पहल हो सकती है?
Swell Team
@Swell · 0:15