मैं बारिश की बोली समझता नहीं था हवाओं से तेरी उलझता नहीं था है सीने में दिल भी कहां थे मुझे ये खबर क्या हाल हो रहा है ये मेरा के मेरी हर जगह ढूंढे तुझे बेवजह ये मैं हूँ या कोई गौर है मेरी तरह कैसे हुआ कैसे हुआ तुना जरूरी कैसे हो
मैं बारिश की बोली समझता नहीं था हवाओं से तेरी उलझता नहीं था है सीने में दिल भी कहां थे मुझे ये खबर क्या हाल हो रहा है ये मेरा के मेरी हर जगह ढूंढे तुझे बेवजह ये मैं हूँ या कोई गौर है मेरी तरह कैसे हुआ कैसे हुआ तुना जरूरी कैसे हो