तुमको? तुमको? हर 1 इंसान को यह चीज पता होती है कि क्या उसके लिए सही है? क्या उसके लिए गलत है? क्या करके वो आगे बढ़ सकता है? और क्या न करके? उसको आराम मिल सकता है? पर बातें करना? और सच में कुछ काम करना? इसमें रात और दिन का अंतर होता है। मैं मैं यही कहूंगा कि कभी अगर आप लोग भी ऐसे वक्त से गुजर रहे हैं? तो कोशिश करिए। यार कि आप खुद को खुद संभाल पाए। क्योंकि आपको कोई इस दौरान इस वक्त में नहीं समझ पाएगा। कोशिश करें? आराम करें। थोड़ा थोड़ा कार्य करने की कोशिश करें।
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