Nita Dani
@NitaDani555 · 3:55
Jinn….Story from my first book Sammohan Pash
दरोगा की भृकुटी तन गई। अरे आज क्या चिकन नहीं बनाया फूर्ती से दरोगा ने स्वयं ही देखियो के ढक्कन हटाए डंडे। से और सारे चिकन के पीस। बड़े। बड़े। अपने कटोरे में भर लिए। मिला राम के पांव ठिठक गए। जवान हकलाने लगी। मालिक। मैं सब कुछ देता हूँ। आपको आयुर्वेद जा साले तू क्या देगा मुझे उसने आग्नेय नेत्रों से मिला राम को घूरा और खाना शुरू किया। विजयी मुस्कान के साथ।