Nidhi Sehgal
@NidhiSehgal81 · 1:10
निधि के खट्टे मीठे किस्से - एपिसोड 1
पर समझने वाली बात तो यह है कि चुनी हुई दिशा कहाँ ले जाएगी? और मंजिल कैसी है? यह तय करना तो सबसे मुश्किल काम है। ऐसे में कभी कभी तय किए हुए फैसले दिशा हीनता की तरफ भी ले जाते हैं। तो फिर क्या किया? जाए? दिल की? आवाज? सुने? अपने आस पास की? निर्मित आभा को पहचाने? और जब न समझ आए तो? ब्रह्मांड के समक्ष आत्मसमर्पण? करें? समय सर्वोत्तम, न्यायकर्ता, आरोग्यसाधक और शक्तिशाली होता है। धन्यवाद। आपका दिन शुभ हो।
मेरा बहुत बहुत नमस्कार। निधि जी। आपको। आज का विषय आपने बहुत ही अच्छा चुना है। जैसे की आपने बात की। समय की। इस विषय में। अपने कुछ विचार प्रस्तुत करते हुए मैं कहना चाहूंगी? समय सबसे ज्यादा बलवान और शक्तिशाली होता है। मनुष्य के। जीवन में। समय का बहुत ही महत्व्य वक्त सबको मिलता है। जिंदगी बदलने के लिए। वक्त सबको मिलता है। जिंदगी बदलने के लिए। पर जिंदगी दुबारा नहीं। मिलती। वक्त बदलने के लिए। जैसा। कि। नीती जी? आपने कहा? जीवन की सभी प्रक्रिया में।
बहुत बहुत नमस्कार। आपको। निधि जी। मैं कदरी गुप्ता। मैंने आपकी कविता सुनी। मुझे बहुत अच्छी लगी। जो आपने कहा कि कई बार हम दिशाहीन हो जाते हैं। हमारे सामने। 2 विकल्प रहते हैं। हमें समझ नहीं आता। हम कौन सा चुने? और वो विकल्प। हमें किस तरफ ले के जाएगा? हमें नहीं पता होता। और कई बार हमें हालातों के आगे आत्म समर्पण करना होता है। हम भगवान से मदद मांगते हैं की भगवान ये जो मुसीबत है जो आपदा है। हमारे सुलझाने की शक्ति से आगे जा चुकी है। हम।