इन वीरो को मेरा सलाम, जय हिन्द!
कौन कहता है ईश्वर मंदिर या मस्जिद में बसता है मेरी नजरों से देखो तो कभी पहाड़, कभी समंदर, कभी रेगिस्तान, कभी आकाश में सीना ताने खड़ा रहता है, कोई सीखे इस तिरंगे की चाहत उससे जिससे वो अपने छल्ली सीने पर फहराता है। ऐसे वीर जवानों को मेरा सलाम जो दुश्मन तो क्या तोपों को भी नतमस्तक कर जाता है। जय हिंद।