आज मैं पकवान के विषय में कुछ कहना चाहती हूँ भगवान हमारी कितनी जान होते है हमारे फेवरेट होते है सबसे ज्यादा हमें भगवान पसंद होते है और अब तो ये नई नई चीजें भी आ गई है चौमिनमोधोषाअबतो लोग निन के दिवाने हो गए हैं पर हम अभी भी कंपेरिजन करें खाने की आज के टाइम से और पहले के टाइम में तो पहले खाने की इतनी वैराइटियां नहीं होती थी इतने आइटम्स नहीं होते थे लेकिन हमें आज भी वो पुराना स्वाद भूले नहीं भूलता वो याद आता है मम्मी इतनी सिंपल तरीके से सब्जी बनाती थी पहले कुछ फालतू नहीं डालना कुछ नहीं करना वो फिर भी वो इतना टेस्टी लगता था न कि आज उस खाने का हम टेन परसेंट भी मुकाबला नहीं करती आज की चीजें हमें पुराने जमाने में कितना क* चीजें मिलती थी खाने को लेकिन इतनी टेस्टी लगती थी इतनी स्वादिष्ट लगती थी अब वो बात रही ही नहीं है खाने में पता नहीं एनवायरमेंट चेंज हो गया है या खाने में इतनी मिलावट हो रही है या फिर हमारी जनसंख्या बढ़ने की वजह से पॉपुलेशन बढ़ने की वजह से खाने में कुछ ज्यादा ही वो सुना है मैंने कि इंजेक्शन वगैरह लगाते हैं आप तरीका बना लिया है इसको जब वो उगाने के लिए सब्जियों को जिसकी वजह से वो बात रही ही नहीं खाने में पर खाए बिना तो मन नहीं मानता गोलगप्पे टिक्की यह सब देख कर के इंडियन का तो मन मचल ही लगता है सबका कुछ न कुछ फेवरेट होता है खाने में अगर आपके पास समय है तो बताना जो भी मेरे सवाल सुन रहे हो के उनका वेरेट क्या है बाकी मुझे खट्टा मीठा पसंद है मिक्स में मुझे ज्यादा चटपटा करा रहा है यह पसंद नहीं है मुझे खट्टा मीठा टेस्ट पसंद है और बाकी इसी विषय पर मैं आपके लिए अपनी 1 कविता लेकर के आई हूं क्योंकि मैं राइटर हूं अगर मैं कोई अपनी बात रखती हूं तो अपनी कविता तो जरूर लाउंगी ही वो परसों अखबार में भी पब्लिश हुई थी तो आप भी बताना कैसी लगी आपको पकवान कवी थे हमारी जान अब तो पकवानों में जहर सा नजर आता है मन तो बहुत करता है पर अब वह शुद्ध कहाँ आता है हर चीज में जैसे हो रही है मिलावट जीव तो है खाने को तैयार पर पेट को हो रही है घबराहट समोसा, कचौड़ी रबरी ढोसा सब तक तो ठीक था यहां तक तो सब ठीक था चौमिन मोमोज खाने के लिए ये दिल बड़ा ही ढेर था खाकर इन सब को हम अपनी सेहत कर रहे हैं खराब संभल जाइए थोड़ा वक्त अभी भी है जनाब जीव के चटपने छोडिए सेहत की कीजिए फिक्र वरना बढने लगता है बी पी दिल की बीमारियां और सुगर।
हम लोगों को ऐसी आदत पड़ चुकी है। लेकिन ह**्दी ह**्दी खाने की भी कोशिश करते हैं। अभी जंक फूड से दूर रहने की बहुत कोशिश करते है। जितना जितना क* क* खाया जाए। जंक फूड उतना। अच्छा है। तो देखते हैं कितना कामयाब हो पाते है? और कितना ज्यादा ह**्दी फूड इनटेक कर सकते है।
Neelam Singh
@NEELAM · 0:15
शुक्रिया आपका रिप्लाई के लिए बाकि हा जी आप अपना केयर के लिये ध्यान रखिये और मैं आपका ध्यान रखने की कोशिश में आपको बोलूंगी ऑल द बेस्ट।