Neelam Singh
@NEELAM · 2:35
तुम्हारा और मेरा दर्द,
हमारे बच्चों के भी। 1 दिन घर बस जाएंगे। तुम्हारे और मेरे भाई भी भावी ले। आएंगे। बहनों का भी अपना ससुराल होगा? घर होगा? परिवार होगा। कभी कभी। ये सब हमें चाय और खाने पर बुलाएंगे। पर दूर तक तो तेरा हम ही साथ निभाएंगे। माँ? बाप? जैसा प्यार। दुनिया में। कोई नहीं करता। पर फिर भी वो 1 दिन दगा देकर। हमें दुनिया से रुकसत हो जाएंगे। दूर तक तो तेरा हम ही साथ निभाएंगे। बस। हम ही साथ रहेंगे।