@Navin-sharma
navin sharma
@Navin-sharma · 0:50

इतवार की छुट्टी ज़ाया नहीं होती अब

इतवार की छुट्टी अब जाया नहीं होती? इस बार। कुछ इतवार पर लिखा है रविवार के ऊपर? कि किस तरह से मेरा रविवार? पहले बिगड़ जाया करता था? तो कुछ यूं लिखा है कि इतवार की छुट्टी जाया नहीं होती। अब के इतवार की छुट्टी जाया नहीं होती। अब केतवार को उनसे मुलाकात नहीं होती। अब केतवार को उनसे मुलाकातें नहीं होती। अब केतवार की छुट्टी अब इतवार सी नहीं लगती। केतवार की छुट्टी अब इतवार सी नहीं लगती। के तार की छुट्टी अब इतवार सी नहीं लगती।
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