नींद। जैसे हमेशा मुझसे शिकवा रहा है। कभी पूरी हुई ही नहीं। जैसे लगता हो। शायद मैं ही नहीं। ये विचार कभी कभी सभी के मन में आता होगा। प्रयास सबके होते हैं। हम सफलता को। प्राप्त। हो? न हो? ये हमारे प्रयासों पर निर्भर करता है। कि हमने कितनी शिद्दत से वो प्रयास। कि कुछ प्रयासों हम सफल होते हैं। कुछ असफल होते हैं। कुछ गणिश्ठता प्रयासों से होती है। परंतु फिर भी वो प्राप्त नहीं हो पाती। चलिए जो भी है, मंजूर है।