ह**ो एवरीवन माई नेम इज नकुल सत्यवली और आज मैं बात करने जा रहा हूं जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के बारे में इस पार्क का नाम कभी न कभी आपने सुना होगा क्योंकि यह बहुत ही ज्यादा फेमस पार्क है जिम कार्बेट नेशनल पार्क तो आज मैं इसी पार्क के बारे में कुछ इंट्रस्टिंग फैक्ट आपको बताने जा रहा हूं ये पार्क इस्टेब्लिश हुआ था नाइनटी थर्टी सिक्स में मतलब आज से एटी फाइव ईयर्स अगो इस पार्क को स्टैब्लिश करा गया था जब इस पार्क को नाइनटीन थर्टी सिक्स में स्टैब्लिश करा गया था तब इसका नाम रखा गया था ह**ी नेशनल पार्क ह**ी नेशनल पार्क इसका पहला नाम था और जब आफ्टर इंडिपेंडेंस मतलब हमारे इंडिया को जब इंडिपेंडेंस मिल गई थी उसके बाद इसका नाम नाम चेंज हो गया था रामगंगा नेशनल पार्क अब रामगंगा नेशनल पार्क इसका नाम इसलिए रखा गया क्योंकि ये पार्क जिस नदी के अराउंड सिचुएटेड है वो रामगंगा नदी इसलिए इसका नाम रखा गया रामगंगा नेशनल पार्क लेकिन फिर कुछ समय बाद नाइनटीन फिफ्टी फाइव में इसका तीसरी बार नाम रखा गया जो कि फाइनल नेम है और आज भी हम जिसको जिस नेम्स इस पार्क को जानते हैं वो है जिम कार्बेट नेशनल पार्क रखा गया और सेकेंड जो इंट्रस्टिंग फैक्ट है इस पार्क के बारे में वो है की ये पार्क अराउंड फाइव ट्वेंटी स्क्वायर किलोमीटर में फैला हुआ है 520 स्क्वायर किलोमीटर के क्षेत्र फल में इस पार्क यह पूरा पार्क फैला हुआ है और जो थर्ड इंट्रस्टिंग फैक्ट है स पार्क के बारे में वो ये है कि यहां पर अराउंड सिक्स हंड्रेड स्पीसीज पायी जाती हैं ट्रीस की ट्रीस की 600 स्पीसीज 600 प्लस स्पीसीज यहां पाई जाती हैं बर्ड्स की मतलब इतने सारे यहां पर स्पीसीज पाई जाती हैं ट्रीस की बर्ड्स की और जो सबसे अच्छी बात यहां की है और जो सबसे फेमस बात है वो यहां की यहां पर टाइगर्स अवेलेबल है बंगाल टाइगर और भी बहुत सारे यहां पर टाइगर्स अवेलेबल हैं जहां पर अराउंड टाइगर की पॉपुलेशन थ्री फिफ्टी टच है थ्री फिफ्टी प्लस टाइगर की पॉपुलेशन यहां पर अराउंड है और यहां पर जो टूरिस्ट हैं उनका मेन अट्रैक्शन पॉइंट ही टाइगर को देखना रहता है यहां पर टाइगर के अलावा भी अन्य जीव जान पा मस्क, डियर, बारा, सिंगा प्लस, स्नेक रेप्टाइल्स भी पाये जाते हैं जैसे कि किंग कोबरा यहां के जंगलों में पाया जाता है प्लस इस जो पार्क है इसको बहुत सारी जोन्स में डिवाइड करा गया है जैसे कि बिजरानी जोन, ढिकाला जोन, जिन्ना जोन, ढेला जोन, दुर्गवती जोन ऐसे करके इसको बहुत सारी जोन्स में में डिवाइड कर गया है और ये पार्क विंटर सीजन में ओपन होता है अक्टूबर के महीने से लेकर फरवरी के महीने तक इस पार्क को ओपन करा जाता है इस टाइम के बीच में बोला जाता है कि जो जो वेदर होता है वो बहुत ही जयादा प्लीजेंट होता है बहुत ही अच्छा होता है तो यहां पर इस पार्क उस टाइम पे ओपन करा जाता है और एनिमल के स्पार्क पॉट होने के चांसेज सन जब इंट्रेस के टाइम पे आप रहता है तब ज्यादा चांसेस बढ़ जाते हैं जब पूरा लाइक कोहरा सा लगा होता था उस टाइम पे चांसेस बहुत क* हो जाते हैं लेकिन जब समर सीजन की बात करें तो समर सीजन में यह मार्च के महीने से लेकर एंड आफ जून तक ओपन रहता है उसके बाद ये पार्क बंद हो जाता है मानसून सीजन में उसके पीछे का बहुत ही वैलिड रीजन यह है कि मानसून के रीजन में यहाँ पर कुछ जगह है जैसे कि बिजरानी जोन जो मैंने नाम बताया था आपको जोन के बिजरानी जोन और ढेला जोन यहाँ पर लैंडस्लाइड हो जाती है सॉयल रीजन हो जाता है वैदर के कारण यहां पर थोड़ी सी कंडीशंस बेकार हो जाती है क्योंकि जंगल के अन्दर जो गाड़ियां जाती हैं टुरिस्ट वो जंगल की रोड पर सफर करती है वहां पर कोई अंदर पक्की सड़कें नहीं बनी हुई है जंगल की रोड बनी हुई है तो जंगल की रोड इस मानसून के समय पर बहुत ज्यादा इफेक्ट हो जाती है बारिश बारिश के कारण तो यहां पर मानसून के टाइम पर जनरली पार्क बंद रहता है तो यही कुछ इंट्रेस्टिंग फैक्ट थे इस पार्क के बारे में अगर आपको भी कोई इंट्रस्टिंग फैक्ट पता है तो मुझे इस ऑडियो का रिप्लाई करके जरूर बताए टिल्डन टेक केयर टाटा बाय बाय थैंक यू फॉर वाचिंग।