Meri Lekhani
@munnaprajapati1 · 3:26
Kaise tuta wo khilauna jisase wo khela karta tha... #penandpoetryweek
कि उसका दिल पल? पल? नहीं रोता। जीवन का। हर लम्हा। किसी के इंतजार में? नहीं। खोता। जो कभी 1 पल के लिए दूर नहीं रहा। सालों से दूर है? जो कभी 1 पल के लिए दूर नहीं रहा। सालों से दूर है? क्या? मसला है? क्यों मजबूर है? डरता है? इस जमाने से? या? हुस्न का? गुरूर? है? 1 तरफ है? झूठी नफरत? और दूजा सच्ची। मोहब्बत। 1 तरफ है झूठी नफरत?
Muskan Bothra
@Heart_sayer · 1:28
बहुत खूब सर। आपने? बखूबी? बताया। 1 खिलौने के तौर पर कि जब वो टूट जाता है, बिखर जाता है? तो कैसे लगता है? यह हकीकत है? जिंदगी की कि कोई सा भी खिलौना हो? कैसा भी हो? 1-न-1 दिन उसे छोड़ना ही पड़ता है। जैसे की आप की। इस कविता में। हम सुन सकते हैं कि कितनी गहराई छुपी है उस प्यार में? जैसे कि आपने कहा 1 तरफ प्यार है? और दूसरी तरफ वो झूठी नफरत है। कभी कभी हो जाती है? कभी कभी। जिंदगी। के में।