08 Khara Sauda (खरा सौदा)
जो पैसे दिए थे उससे तुम क्या खरीद कर आए हो? नानद जी ने सहज भाव से उत्तर दिया मैंने 1 भूखी स्त्री को खाना खिलाया यह भी तो 1 तरह का सौदा ही हुआ न पिताजी सौदा तो लाभ के लिए किया जाता है और इस सौदे से मुझे यह लाभ हुआ है कि मेरा दिल बहुत खुश है और भगवान भी मुझसे खुशी होंगे छोटे से बच्चे का यह जवाब सुनकर पिताजी बहुत खुश हो गए बेटे का माथा चूमते हुए उन्होंने कहा कि बेटा तुम 1 दिन अवश्य ही बहुत महान बनोगे यही नाना जी बड़े होकर सिखों के आदि गुरु बने और गुरु नानक जी के नाम से प्रसिद्ध हुए आशा करती हूँ कि आपको ये कहानी पसंद आई होगी आइये देखते हैं कि इस कहानी से हमने क्या क्या सीखा?