@Mukesh_the_bull
Mukesh Dugar
@Mukesh_the_bull · 4:57

सरलता, समता और संयम

article image placeholderUploaded by @Mukesh_the_bull
ये मेरे विचार से सरलता है। अगर मैं एग्जामपल लेने की कोशिश करूँ, तो हवा या पानी जो है, ये नेशवल एग्जाम्पल्स है। सरलता के हवा फर्क नहीं करती। वो कहां पर है। हवा फर्क नहीं करती। कौन उसका यूज कर रहा है। उसका काम है बस, बहते जाना, बहते जाना। वो बहती रहती है। जहां पर जगह होती है, जहां पॉसिबिलिटी होती है, वहां पहुँच जाती है। वैसे ही पानी है। आप उसको रोकने की कोशिश करिए।

#lifeprinciples #happiness #waytolive

@Sushama123
Sushama Kasbekar
@Sushama123 · 0:25

@Mukesh_the_bull

थैंक यू मुकेश जी बडा अच्छा आपने पौइंट कुछ दिए हमें मैं ये पूछना चाहती हूँ कि क्या संयम जो है वो प्रैक्टिस से आता है या आप क्या सोचते हैं कि बचपन से ही अगर सम हो तो वो आएगा आप थोडा सा इसको विस्तार से समझाइए धन्यवाद।
@Mukesh_the_bull
Mukesh Dugar
@Mukesh_the_bull · 1:59

@Sushama123

सुषमा जी, आपके सवाल के लिए धन्यवाद। मुझे यह लगता है कि कुछ लोग ही होते हैं जो सरलता या सम जैसी बेसिक फीलिंग से बेसिक थिंकिंग प्रोसेस को लेकर के पैदा होते हैं। बाकी लोगों को तो यह चीज सिखाने की जरूरत है और ये चीज खाने का प्रोसेस जो है वो बच्चे की अब ब्रिंग टाइम में हो सकता है। 1 बार जब बच्चा बड़ा हो जाता है, एडल्ट हो जाता है तो ये भावनाएं बहुत सॉलिड हो जाती है, स्ट्रॉंग हो जाती है तो उनको चेंज करना शायद बहुत मुश्किल होता है।
@Premsukh55
Premsukh
@Premsukh55 · 2:43
आने वाले कल का छोड़ो हमें आने वाले पल का नहीं पता होता तो यही सेम चीज मेरा है। मेरा वेओफलिविंग यही है कि टुडे इज द बेस्ट डे टू डू एनीथिंग एंड आई विल पुट, माई हंड्रेड परसेंट एफोर्ट्स इन डूइंग, दैट वर्क स्पेसिफिक वर्क एंड उससे मुझे जो खुशी मिलेगी वो इंस्टेंट प्लेजर होगा। लेकिन वो मुझे 1 प्राउड ऑफ अकम्पलीसमेंट भी देगी जिससे मैं आगे बढ़ सकता हूं। सो यस आपने जो, सरलता, संयम और समता तीनों ही चीजें मस्ट करनी ही चाहिए और रहना भी चाहिए।
@Mukesh_the_bull
Mukesh Dugar
@Mukesh_the_bull · 0:25

@Premsukh55

प्रेम जी, आपने बहुत सही कहा मुझे। जहां तक मैंने पढ़ा है कि ऑलमोस्ट नाइंटी परसेंट एनर्जी जो है, हमारी वो या तो जो बीत गया है उसके बारे में दुख करने में निकल जाती है या जो आने वाला है उसकी चिंता करने में निकल जाती है। अगर हम लोग वर्तमान में जी सके, उससे अच्छा तो कुछ भी नहीं है। थैंक यू वेरी मच, फॉर शेयरिंग।
@pocketofstories
Sarita pramod
@pocketofstories · 3:34
मुकेश जी आपका ये वार्तालाप ये जो 3 जीवन के नियम हैं इसको सुन कर इतना अच्छा लगा मैं काम कर रहे थे फिर मैंने 34 बार इसको दोबारा प्ले किया ताकि मैं उसको बड़े ध्यान से सुन सकूँ तो आपके सारे बातों से बहुत सहमत हूँ कितने सरल तरीके से आपने एक्सप्लेन किया है बहुत ही मोटिवेशनल है सरलता तो मैं हमेशा जीवन से जीवन भर मैंने 1 नियम बनाए रखा है सरलता को ट्रांसपेरेंसी के रूप में भी देखा जाए जितना आप सिम्पल रखें अपनी इच्छाओं को और अपने एक्सप्रेशंस को जितना आप ट्रांसपरेंसी रखे उतना ही आपका कम्यूनिकेशन और जीवन के मार्ग क्लियर होता है आप न किसी से ज्यादा एक्सपेक्टेशंस रखें न कोई आपसे एक्सपेक्टेशंस रखेगा क्योंकि आप जितना अपना कम्यूनिकेशन और जीवन का जो जो फिलोसॉफी है उसको सिम्पल रखेंगे उतना ही बढ़िया आपका जीवन जाएगा समता जो आपने एक्सप्लेन किया मैं से इतनी सहमत हूं बिल्कुल ऐसा लगा जैसे जो हम मैं अपने जीवन में फील करती हूं कोई मुझसे आगे बढ़ गया तो ईरशा और दुख क्योंकि मेरे को नहीं मिला ये सब जीवन सबके जीवन में होता है और इसको जितना हम एक्सेप्ट करें सौरी मेरे हिंदी के शुद्ध नहीं है जितना हम इसको एक्सेप्ट करके चलें उतना ही आपका लाइफ बहुत सिम्पल अनकॉम्प्लिकेटेड होगा और संयम जो आपने बोला उसमें मेरे नानाजी का 11 फिलोसॉफी था जो मेरी मम्मी ने मुझे सिखाया था वो थोड़ा संस्कृत और मल्यालम का वर्ड है तो आप समझ जायेंगे जैसे जापान में 1 कॉन्सेप्ट है मिनिमलिस्टिक जितनी आपकी जरूरत हो उसके हिसाब से वही चीज मेरे नाना, अपने बच्चों को, मेरी मम्मी, मेरी मासी इन सब लोगों को सिखाते थे जब भी आपको कोई चीज चाहिए तो आप 3 सवाल करो आवश्य मतलब जो जरूरत है अनावश्य मतलब जरूरत नहीं है और अत्यावश्य विच मींस जिसके बिना आप रह नहीं सकते इन 3 कैटेगरीज में अगर आपकी जो इच्छाएं हैं या जो आप चाह रहे हैं वो फॉलो करता है उसके अकॉर्डिंग ले आप उसको डील करे और मैंने लाइफ में बहुत सारे सिनरिस को बहुत अच्छे से मैनेज किया है सिम्पली बाई फॉलोइंग ये 3 रूल्स आवश्य अनावश्यक अत्यावश्य अगर हम लोग अपनी इच्छाओं को थोड़ा मोडरेट कर सके और उसको उसपर 1 लॉजिकल रीजनिंग दे और ग्रिड को थोड़ा सा कम करें हालांकि पॉसिबल नहीं है कि हर वक्त ना ग्रिड को कंट्रोल कर पाएं बट अगर हम लाइफ को जितना सिम्पल फॉलो करें और जितना हम अपना ट्रांस्परेंसी मेंटेन करें तो मेरे खयाल से ये दुनिया बहुत ही सुंदर जगह बन जाएगी यही चीज हम अपने बच्चों को सिखाएं लीड बाय एग्जाम्पल जो मैं बहुत मानती हूँ वैसे करें तो शायद ही जीवन बहुत सुंदर हो जाए आप भी अपना विचार शेयर करें।
@Mukesh_the_bull
Mukesh Dugar
@Mukesh_the_bull · 1:30

@pocketofstories

सरिता जी पहले तो मेरी बधाई स्वीकार करें इन 3 चीजों को जिंदगी में अपनाना बहुत मुश्किल है और जैसा कि आपने कहा आप इनको अपना रहे हैं, कोशिश करिए इनको ज्यादा से ज्यादा फॉलो कर सके तो मेरी बहुत बहुत बधाई आपको। ऐसे लोग बहुत कम मिलते हैं जो इन चीजों को अपनाने की कोशिश कर रहे हैं, अपना रहे हैं और उसका फायदा उठा रहे हैं। आपने जो अपने नानाजी का एक्सपीरियंस दिया, जो एग्जाम्पल शेयर किया, आई थिंक वो बिल्कुल सटीक है, बिल्कुल सटीक है। वो ही मैं कहना चाह रहा था कि सम का मतलब है आप अपनी जरूरत पर फोकस करें ना कि कितना हो सकता है होने को तो अगर आप आपके सिचुएशन है, आपकी पोजीशन है, आप ज्यादा भी कर सकते हैं।
@Gamechanger
Ranjana Kamo
@Gamechanger · 0:05
thank you for sharing the s, beautiful insides with us, have a good dapeofby।
0:00
0:00