जयश्रीराम सदियों की प्रतीक्षा के बाद हमारे प्रभु श्री रामचंद्र जी का आगमन हुआ है। राम मंदिर मात्र 1 दिव्य मंदिर नहीं है। यह हमारे देश की दृष्टि मार्गदर्शन और भगवान राम के रूप में राष्ट चेतना का मंदिर है। यह हमारे जैसे हर सनातनियों के लिए हर्ष और उल्लास का प्रतीक है। रामराज स्थापित होने से यह हमारे सामाजिक और सांस्कृतिक परिवर्तनों का केंद्र बनता है।