तुम कोई ख्वाब नहीं? जो सुबह होते ही भूल जाऊँ। तुम कोई ख्वाब नहीं? तो सुबह होते ही भूल जाऊँ। हर रोज दिन निकलता है। हर रोज दिन निकलता है? यह सोचने में कि तेरे करीब? कैसे हो? हर रोज दिन निकलता है? यह सोचने में कि तेरे करीब? कैसे हो? थैंक यू?
तुम कोई ख्वाब नहीं? जो सुबह होते ही भूल जाऊँ। तुम कोई ख्वाब नहीं? तो सुबह होते ही भूल जाऊँ। हर रोज दिन निकलता है। हर रोज दिन निकलता है? यह सोचने में कि तेरे करीब? कैसे हो? हर रोज दिन निकलता है? यह सोचने में कि तेरे करीब? कैसे हो? थैंक यू?