@Mann-mannse
Mann se
@Mann-mannse · 1:00

Sawalo se jadi daali pe khile

सवालों से जड़ी डाली पर खिले ये फूल हमें मिल के भी न मिले जो तुम हमें मिलो न मिलो ये फूल तुम्हें सदा मिले मेरे हाथों में रहे न रहे तेरे होठों पर खिले दर्द सुख पत्तों से छले तर दामन में सुक** कैसे खेले किस जुर्म की है यह सजा, यह खबर भी कैसे मिले हाथों से उधेड़े हैं जो खाब थे सांसों से सिले नाउम्मीदी का सबब नहीं कुछ जो आप ही हो खार तो क्या गिले सवालों से जली डाली पे खिले यह फूल हमें मिल के भी न मिले।
@Shilpi-Bhalla
shilpee bhalla
@Shilpi-Bhalla · 0:29
ह**ो गुड इवनिंग मुझे आपका नाम तो नहीं पता क्या है आपने बड़ी ही शायराना अंदाज में अपनी मन की उदासी को 1 शब्दों में बयान कर दिया है सो शायरी बहुत अच्छी है और और क्या कहूँ मैं उदास कर देने वाली है।
@Mann-mannse
Mann se
@Mann-mannse · 0:23

@Shilpi-Bhalla

जी शायरी पसंद आई उसके लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया आपको उदास sri but बस 1 file था 1 थॉट था आप उदास हुए इसका मतलब मेरा थॉट मेरा फील आ पहुचा to thank you my name is यू कैन कॉल मी।
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