नमस्कार मैं हूं मनीषा यह मेरा दूसरा स्वेल है आई होप कि आप लोगों को यह भी बहुत अच्छा लगा ही शक मैंने लिया है कुछ इस तरह बीते लम है वो अलफाजी क्या थे जो मैंने कहे थे तुम से जो तुम कभी समझ ही न पाए वो लो जी क्या थे जो तुमने न समझे कभी तुम तो अपने जीवन के यथार्थ में इतने समर्पित हो चुके थे कि तुम हमें कभी जान ही न पाए, कभी जान ही न पाए वो दर्द ही थे मेरे जहन में जो तुमने कभी पहचाने ही नहीं पर मैंने साथ निभाया है तुम्हारा मैंने साथ निभाया है तुम्हारा इस दुनिया से लड़कर जो तुमने कभी सोचा ही नहीं कभी सोचा ही नहीं अल्फास किस जिक्र से करुँ मैं तुम्हारा अल्फांस किस जिक्र से करुँ मैं तुम्हारा तुम अपनी जिंदगी की कश्मकश में इतने गुमनाम हो गए कि जिंदगी के हर मोड पर मुझे था इंतजार तुम्हारा पर तुम कभी आए ही नहीं तुम कभी आए ही नहीं बस 1 सवाल है कि तुम इतने खुदगर्ज क्यों हुए इतने खुद गर्स क्यों हुए तुम।
इस दुनिया का दस्तूर ही है जो अच्छे होते हैं उन्हें कभी अच्छा मिलता नहीं जो सॉफ्ट हार्टेड होते हैं उनके साथ इतनी सारी चीजें हो जाती हैं कि इंडियन वो जो छोटा सा मासूम पाना होता है उनका वो चला जाता है वो प्योर हार्टेड सोल इस दुनिया में रहते हैं नहीं पातेटॉलकिंग फ्रॉम पर्सनल एक्सपीरियंस बहुत धोखे मिलते हैं लाइफ में अकेले रहना बेस्ट लगता है मेरे को क्योंकि जब अगर आप किसी और से एक्सपेक्टेशन रखोगे तो इंडियन वो एक्सपेक्टेशन आपकी या तो पूरी हो जाएगी और या तो टूट जाएगी और जब कोई एक्सपेक्टेशन टूटती है इस पेन लाइक हeलसॉल्यूटिवड स द बेस्ट थिंग मेरा भी 1 फ्रेंड हुआ करता था मेरा वो फ्रेंड मेरे इतने करीब था कि कोई मुझे अभी भी बोले न जाके उसके लिए जान दे 2 तो मैं बिना किसी हिचकिचाहट के कर दूंगा ब* किसी कारण से वो भी दूर हो गया मेरे से उसकी याद मुझे अभी भी बहुत आती है मगर हां इट्स लाइफ कुछ नहीं किया जा सकता बाय द वे आपकी आवाज बहुत प्यारी है फुल मेलेडी एंड आई लव दैट गाइड वॉइस मुझे और आपके स्वेल सुनने है थैंक यू।