आ रही है। किस्मत है? उन परिंदों की? जो वो आजाद है? किस्मत है? उन परिंदों की? जो वो आजाद है? हमारे पास? पंख होकर भी। हम खुद में कैद है? एब? सबने तलाशे हैं। मेरे। सब। ने? तलाशी है। मेरे ताने भी खूब दिए हैं। जब बारिया नेकियों की बड़े प्यार से सबने मुँह फेर लिए है। जिंदगी। इसी सहारे गुजरती जा रही है। वो सांवरिया। सब देख रहा है। सबकी। बारी आ रही है। जिस तरह सबने मुझ पर जीते? जी कफन डाल दिया?
Kushagra verma
@Kushagraverma · 1:56
तो कुछ अक्षत के बदले। सुदामा। जैसे मित्र को पूरी कायनात मिली जाती है। सांवरिया हैं? तो ही यशोदा मैया को देवकी जी से ज्यादा ऊंचा स्थान ममता के आंचल में मिल ही जाता है। सांवरिया है? तो डरने की बात ही नहीं है। न? दुनिया में। सब कुछ होकर भी। और कुछ न होकर भी। सब कुछ मिल ही जाता है। सिर्फ? सांवरिया का नाम है। और उसका साथी काफी है। उससे ज्यादा अच्छा और सच्चा खाना कोई दूजा है?