तेरी स्याह रोशनी में जुगनू सा चमकता हूँ? तेरी स्याह रौशनी में जुगनू सा चमकता हूँ, उस रुमानी इत्र में जरराजररा महकता हूँ? तेरी स्याह रौशनी में जुगनू सा चमकता हूँ, उस रुमानी इत्र में, जरा जरा महकता हूँ मेरी गफलत पे, जरा तुम भी गौर करना, मेरी गफलत पे, जरा तुम भी गौर करना, कि संभलता तभी हूँ, जब तुझमें बहकता हूँ?