रास्ते में। मामा ने स्वागत किया रुको? मैं नई दुलत का। मुंह देखा? हूं? भला? उसके मुँह का। आज रंग कैसा है? मुझे? याद है? मैंने कहा था? और आगे से मेरे साथियों ने जवाब दिया। हमें तो कोई डोली के पास भी न जाने देगा? तुम ही देखा? पर देखो? खाली? हाथ? न? देखना। मैं। 1 मुस्कराहट लिए। डोली के पास चली गई। गयी थी। डोली का पर्दा। 1 तरफ से उठा हुआ था। मैंने पास बैठी नाइन से पूछा था। मैं दुल्हन का मुंह?
Prabha Iyer
@PSPV · 0:52
नमस्ते? निकिल? दिस? इस प्रभार? ऐंड? मैं कहना चाहती हूँ कि अमृता प्रीतम जी लोकप्रिय लेखकों में से 1 है, जिन्हें पंजाबी भाषा में पहली कवियत्री भी माना जाता है। और इतनी अच्छी? कहानी? लिखी है? वे? और आपके? मुंह से? ये? जो सुनने को हमें मिला? बहुत अच्छा लगा। और हम बहुत उतावले हैं। आप? भाग? 2? कब? आप बोल रहे हो? हमे? यह सुनना? है? और इतनी रुचि? हमें? आई?
Vipin Kamble
@Vipin0124 · 1:50
नमस्कार। निखिल जी। मैं विपिन अमृता प्रीतम जी की कहानी कर्मावाली। इसका भाग। 1 सुना। बहुत ही सुंदर और सरल शब्दों में। आपने। कहानी के मार्मिक हिस्से को बयान किया। के। किस प्रकार। 1 मासूम लड़की। उसे। 1 रुपए को संभाल के रखती है? जो उसे शगन के तौर पे अमृता जी ने दिया था? आपने जो शब्द कहे और सचमुच। लड़की की श्रृंगार। पुरी। नथ में। जो मुस्कुराहट का मोती चमक रहा था। उसका रंग जलना। कोई आसान नहीं था।
Swell Team
@Swell · 0:15
Huma Ansari
@HumaAnsariwrite · 0:21
बहुत ही सुन्दर। निखिल जी। आपकी कहानी सुनाने का लहजा बहुत ही उमदा रहा। आपने चटकारे से शुरू किया। और बड़े ही कायदे से इस भाग को पूरा किया। अगले भाग के इंतजार में रहेंगे हम।
Saumya Joshi
@thehilarytales · 0:33
ह**ो? निखिल? जी नमस्कार? आपने। कहानी बहुत ही खूबसूरत तरीके से सुनाई। और कहानी सुनते। वक्त। मैं। जरा। सा भी। बोर नहीं हुई। आपने। कहानी में। इतना अच्छा वॉइस मॉड्यूलेशन यूज करा था। इतने अच्छे से। वॉइस मॉड्यूलेट करी। जहां। जहां पर जरूरत थी कि पूरी स्टोरी। पूरी। कहानी। सुनने के दौरान। मुझे कहीं पर भी ऐसा नहीं लगा कि अब बस रोक देती। हूं। मुझे आगे सुनने का बहुत मन करा। और मैं आशा करती हूं सेकेंड पार्ट भी जल्दी आएगा।
निखिल जी। आपकी कहानी सुनाने। अंदाज बहुत ही सुंदर है। अमृता प्रीतम जी की कहानी कर्मावाली। ऐसे सुनाई। लगा। दृश्य सामने ही आ गया हो। अमृता प्रीतम जी मेरी पसंद की लेखिका हैं। उनकी लिखी कहानी को आपने बहुत ही सुंदर तरीके से सुनाया। जिसे सुनकर जिज्ञासा बढ़ गई। और अब हमें भाग 2 सुनने का इंतजार रहेगा। धन्यवाद।