और अमृता जी की बात निकले और रोज बाई की बात न। आए? ऐसा तो हो नहीं सकता सकता। डिस्कशन खत्म होने के बाद। 1 बहुत प्यारी सी लड़की ने मुझसे आके कहा कि निखिल जी काश की हर लड़की की जिंदगी में 1 इमरोज जरूर हो। और वह बात मेरे भीतर कहीं रह गई। तो आपके सामने है। ये कविता। इमरोज? इमरोज सुनो कोई है? इमरोज़ सुनो कोई है? जो अपने जीवन में तुम्हारे कुछ कुछ कैनवस, कुछ रंग, कुछ बहके हुए, स्ट्रोक चाहती है?