@lamhezindagike
Nikhil Kapoor
@lamhezindagike · 4:49

करमावली भाग

आयेंगे। और सचमुच? वरी के जितने भी। कपडे थे? मुझे? खूब? अच्छी तरह से आते थे। वही। मेरे पास। कितने महीने रहे? और बाद में भी। मेरे कपड़े। वही सीती रही। मेरा चाप भी बहुत करती थी। मुझे कहा करती थी? भाबी? चाहे? मैं? 24 महीने बाद जाऊँ। चाहे? 6 महीने बाद। पर। तू किसी और से कपड़ा न? सुलाना? मुझे भी यह बात अच्छी लगती थी। सिर्फ? मुझे उसकी। 1 बात बुरी लगती।

अमृता प्रीतम की पंजाबी कहानी का हिन्दी रूपांतरण

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