Lakshmi Soni
@Lakshmi.soni_14 · 5:00
#हौसलों की उड़ान✨✨ ...... # काश मेरे पंख होते !!!!
जब मन करता। तब मैं अपने परों को फैला उड़ जाती। और किसी नई जगह पहुँच जाती। जहाँ चीजें इतनी महंगी है। वहां पर भी। मैं आसानी से फ्री में पहुँच जाती। वह समझ? समुन्दर। वो, तारों भरा। ब्रेड। वो प्यारे से जुगनू के साथ में मस्ती करती। और तितलियों के साथ अटखेलिया करती। मैं भी परियों की तरह उड़ती। फिर फुदक फुदक कर। फिर फुदक फुदक कर उन फूलों के परागों में बंद हो जाती। उन फूलों को, उन फूलों के परागों को अपना शियान बना। उनकी 1 प्यारी सी गद्दी बना। उनके परागों पर।
Jaya Sharma
@jayasharma · 1:18
ह**ो लक्ष्मी। सोनी जी। आपकी। आवाज बहुत अच्छी है। आप कॉन्फिडेंट है? सौरी? पर? मुझे आपकी कहानी कहानी से ज्यादा कल्पना लगी? क्योंकि कहानी में कथा वस्तु होती है। कहानी में पात्रों के गुण दोषों का वर्णन होता है। जो जो उनका चरित्र चित्रण कहलाता है। आपकी कहानी में संवाद का भी सर्वथा अभाव है। कहानी में वास्तविकता लाने के लिए देश, काल का वर्णन होना चाहिए। जो आपकी कहानी में। जो। आपकी कहानी को वास्तविक बनाता है। कहानी में।