Lakshmi Soni
@Lakshmi.soni_14 · 3:18
#कलकत्ता _की_बारिश #Episode2 #तो आखिर पता चल ही गया कि, #आदित्री_और_आदित्य ... आगे की कहानी जानने के लिए मेरे साथ बने रहे ...
मोगरे के फूलों का गजरा लिए सामने खड़ा होता है? जैसा। आदित्रिकोभाता। है? ठीक? वैसा? सुन्दर? गजरा? सुगन्दित? गजरा। अदित्री के चेहरे? की जुल्फे? हटाते हुए। आदित्य। होले से बोला। अमितवा के भालो? बाशी? अमर? रोशोगुल्ला? और अदित्री? की खुशी? का ठिकाना? नहीं होता। वह? शर्माते हुए? इसका उत्तर देने ही वाली होती है। तभी। वह मालिका का। पीछे से आते हैं? अदित्री? बिटिया? बिटिया? अमी? और तभी। उनका ध्यान अधिक की तरफ जाता है।