अंधेरी भरी? रात में? कुछ फूल लिए। हाथ में आँख नम कर के। बात कर रहा था। मैं? चांद के साथ में? पूछा? चांद से? मैंने? खूबसूरती? तुम्हारे पास में? सब तुम्हे पाने की। आस में? फिर? क्यों? अकेले? वो? रहना? चाहते? इस काले से? आकाश में? मुस्करा? के? चांद ने कहा माना किया काश काला है? तुम्हारा? मारा भी प्यार निराला है? मगर कैसे छोडूं? इस काश?
Sreeja V
@Wordsmith · 0:22
hi kunal is very cut आपका e pom कविता बहुत ही क्यूट है ये थॉट भी बहुत अच्छा है एंड लास्ट में जो चांद का मेसेज वो भी practical है especially keeping todays world in mind so grad effort look found mo from you।