जिंदगी, तू बड़ी जालिम, जिंदगी तू बड़ी जालिम, हर पल करती तो साजिश है? हर पल करती। तू साजिश है? इम्तहानों से तो गुजारती लाजमी है? इम्तहानों से तो गुजार लाजमी? नहीं? तुझसे बड़ा दुनिया में कोई अध्यापक है? नहीं? तुझसे बड़ा दुनिया में कोई अध्यापक है? हर पड़ाव पे, तू दिखाती है?
ह**ो? रश्मी गुड? तो हेयर यू। आपकी कविता बहुत अच्छी है। जिंदगी जिंदगी को बयां करने का। सबका नजरिया अलग। क्योंकि सबकी जिंदगी सबको कुछ अलग तरीके से सिखाती है। मुझे आपकी कविता सच में बहुत अच्छी लगी। आपने। जिंदगी का 1 अलग ही रोग। बताया में भी। चंद। लाइन में कहना चाहूंगी? अरे? ये मुझसे? कैसे छूट गया? जिंदगी का अहम् हिस्सा? किस्मत नाम का है? किस्सा अच्छे वक्त में इसकी याद कभी नही आती? और बुरे वक्त में इसकी बात। मन में? चुटकियों में? समाती? किस्मत ने साथ नहीं दिया? ऐसी बात। मन में झट से आ जाती है। अजीब है जिंदगी की ये माया, जो पलट देती है। जीवन की। काया। जीत के असल में। शो ऑफ वाले सफल में। हम जी ना? कलसा गए हैं? मानो? जैसे जिंदगी का असली। अहसास। हमसे कहीं खोसा गया है? लगता है जिंदगी? आजकल खफा है? चलिए। छोड़िये। कौन सी? पहली दफा है? धन्यवाद।
Swell Team
@Swell · 0:15
Hema Sinha
@HemaSinha1978 · 1:28
अच्छा का भी पहचान कराती है। बुरे का भी पहचान कराती है। अपने पराए में। फर्क समझाती है। अच्छे। बुरे में। फर्क समझाती है। जिंदगी। हमारे लिए। 1 इम्तहान भी है। कई तरह की परीक्षाएं। हमें जिंदगी में देनी पड़ती है। और किसी में हम सफल होते हैं। किसी में। हम कई बार असफल भी होते हैं। लेकिन वो सफलता भी। हमें बहुत कुछ सिखा जाती है। बहुत अच्छा बोला है। आपने। जिंदगी। अनुभव भी है। हमारे लिए। जो है। हम। जिंदगी से ही सीखत हैं।