KHALI MUH NAHIN JAANE DENGE
वो कहते थे कि राष्ट्रपति भवन भी। मैंने आँखों से देखा। है। बनते हुए? तो वो पढ़ाने आते थे। थे। तो हर वक्त मम्मी को बोलते थे। डैड को? बोलते थे। अरे? इनको। हमारे घर भेजिए? भेजिए। अब वो आते थे। 1 घंटा पढ़ाया? और चाय। व नाश्ता? कर के? चले जाते थे। इतना ही। इतना ही। हमारा वो था। आपस में। जो है। इंटरेक्शन होता था। 1 घंटे के लिए। तो 1 दिन। बहुत बोले। तो मम्मी ने कहा की बहुत कहते हैं।