Waqt Badal Gaya Ya Hum Badal Gaye
हाई फ्रेंड्स गुड ईवनिंग। आज मैं जो बोलने वाला हूँ वो थोड़ा सा सेंसेटिव है। मैटर बेसिकली बहुत दिल को हो जाने वाली है। और हम 1 मत नहीं हो सकते। हर 1 का मत अलग होगा इसके बारे में सो। आज मेरी जो घटना। मैं बताने जा रहा हूँ। ये रिश्तों के आस पास इर्द गिर्द घूमने वाली बात है रिश्ते क्या बना लिए हमने अलग अलग रिश्ते जो अपने हुआ करते थे अपना खून हुआ करता था या जीवन साथी हुआ करता था
Anurag Singh
@its_me_patel_ · 2:11
hi? हेल्लो? god evniंगजहाँतक मेरी समझ में है। इसके 2 पहलू हैं। पहला जो बहुत सिम्पल और सीधा है। लालच लो। और वो। कहीं न कहीं इंसानियत को खत्म कर देता है। कहने को तो वो सगी बहन है। जैसे आपने कहा रक्षा? बंधन? किसी में? नहीं। वो तो बहन है की खून है। पैसे चाहिए था तो मांग लेते? सिम्पल? सा? नहीं देना। उनकी चॉइस है? क्योंकि उनका भी तो खुद का परिवार है। सही बात परन्तु ऐसे लोभ करना? अगर उन्हें पता चलेगा तो कहीं न कहीं वो रास्ता खत्म होने कगार पे?
तो ये सब हरकते होती है। और जैसे आप कह रहे हैं कि पता लगेगा उनको दीदी को तो क्या होगा वो तो शायर रिएक्शन हो गया। मैं तो एक्शन पर कहानी खत्म कर देता हूँ न की। मतलब ऐसे कैसे भाई आप कर कैसे लेते है और कोई जैसे मांग लेते यह मांगने वाली बात ही नहीं है ये तो प्रसाद के थ्रू लिया इसका मतलब शी विल नोट नो अबाउट दीदी को पता तक नहीं चलेगा।