दोपहर दिन लगना था। दोपहर हो गई थी तो उसे उसके घर में लाइन लाइन था। तो यार। मैं अपना देख लो फ़ोन चालू हुआ दोस्त तो उसने वहाँ भी मिलाया बेचारा। फिर मेरी तरफ देख रहा है और उसने गर्दन हिला दिया रही यार पत्ताभी सारे क्या कर रहे हैं फिर हम घूमघाम के रात को फिर अपने घर आये। शाम को तो बात सुण चालू गया होगा ट्राई कर कर ले