Jana kahan tha KAHAN a gaye !!
दुनिया तो बोल रही है जमाना तो सोच रहा है जमाना तो सो रहा है लेकिन मेरे मन में ये समुन्दर का क्या है मेरे मन में समुन्दर सा क्या है जाना कहाँ था कहाँ आ गए हैं पता ही नहीं कि जाना कहाँ है तुम गैर हो या मैंने तो माना मगर दिल ने मेरे यह माना कहाँ है रोए तो रोये कोई टूट कर मगर जो गए उनका आना कहाँ है कैसे वो आते हमसे बोले उन्हें करने का कोई बहाना कहाँ है