कहते हैं जब जब पूर्णिमा आती है तब तक समुंदर की लहरें और ज्यादा ताकत से उछलती हैं। लेकिन सच्चा प्यार क्या? किसी को मिल? पाता है? शायद? नहीं? इसलिए यह सोम कुछ कह रहा है? सुर्वादाहीं? श्याम ने। सादा रहा राधा का प्यार। बिरधा। सुर्वाधहीशमने? सादा रहा राधा का प्यार भी। आधा ने देखिले। कोठरादेहिलेरही मन में मेल की वो बात? आदि। आधे चंद्रमा रात आधी रह ना जाए, तेरी मेरी बात। दी मुलाकात ही है? चंद्रमा।
Sarwan Kumar
@sarwan_shan · 0:46
बहुत ही प्यारा गीत गाया आपने। और बहुत ही प्यारी बात भी कही की मोहब्बत कभी मिलती नहीं है। सच्चा प्यार मिलता नहीं है। हमेशा अधूरा रह जाता है। यह सच बात है। हमेशा ऐसा होता ही है। और इसी पर जो आपने यह सुन्दर गीत सुनाया। बहुत अच्छा है। 2 लाइनें इसके ऊपर। 1 शायरी में बताना। चाहूँगा। कहते हैं कि हाथों की लकीरें अधूरी हो तो किस्मत में मोहब्बत नहीं होती।