@kalakalyani1
kala vyas
@kalakalyani1 · 0:57

तुम

तुम सिर्फ। तुम। न सागर, न पहाड़ आंगन हो मेरे घर का तुम। आंगन हो। मेरे घर का। न सूरज, न असमान चिराग हो मेरे घर का तुम। चिराग हो। मेरे घर का। न सुख, न दुख, न सुख, न दुख सुकून। हो। मेरे मन का तुम। सुकून। हो। मेरे मन का। न छंद, न तुकांत। न छंद, न तुकांत खयाल। हो। मेरे दिल का हाँ तुम। 1 प्यारा सा, मासूम सा? खयाल हो मेरे दिल का।

#love #life

0:00
0:00